gomed stone ke nuksan. a person with confused mind after wearing gomed.

गोमेद के नुकसान, पहनने की विधि, कौन पहन सकता है, कौन नहीं

गोमेद रत्न, जिसे अंग्रेजी में Gomed या Hessonite Garnet कहा जाता है, एक शक्तिशाली और रहस्यमय रत्न है। यह राहु ग्रह से जुड़ा हुआ है और इसे धारण करने से मानसिक शक्ति, आत्मविश्वास, और राहु के अशुभ प्रभावों से सुरक्षा मिलती है। हालांकि, गोमेद रत्न का असर हर व्यक्ति पर एक जैसा नहीं होता। कुछ लोगों के लिए यह लाभकारी हो सकता है, तो कुछ लोगों के लिए इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इस लेख में हम गोमेद रत्न के नुकसान, इसे पहनने की विधि, और यह कौन पहन सकता है, कौन नहीं – इन सबके बारे में जानेंगे।

गोमेद रत्न के नुकसान (Gomed ke nuksan)

गोमेद (Gomed) रत्न पहनने के कुछ संभावित नुकसान हो सकते हैं, विशेषकर उन लोगों के लिए जिनकी कुंडली में राहु की स्थिति प्रतिकूल होती है। इसके दुष्प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैं:

राहु आकस्मिता का संगम है

राहु को ज्योतिष शास्त्र में आकस्मिता और अप्रत्याशित घटनाओं का ग्रह माना जाता है। यह ग्रह जीवन में अचानक बदलाव, अनपेक्षित सफलता, या असामान्य परिस्थितियों को उत्पन्न करता है। राहु के प्रभाव से व्यक्ति का जीवन अचानक से एक मोड़ ले सकता है, जहाँ असंभव सी लगने वाली घटनाएँ घटित होती हैं। यह ग्रह भ्रम, आकर्षण और रहस्य का प्रतीक है, जो व्यक्ति को असामान्य अनुभवों और नई संभावनाओं की ओर ले जाता है। राहु नकारात्मक प्रभाव में अराजकता, भ्रम और अस्थिरता भी ला सकता है। इस तरह, राहु एक ऐसा ग्रह है जो जीवन में आकस्मिकता और अप्रत्याशितता का संगम करता है, जिससे व्यक्ति का जीवन अनदेखी राहों पर मुड़ सकता है।

मानसिक अस्थिरता और भावनात्मक असंतुलन

गोमेद रत्न धारण करने के बाद कुछ लोगों में मानसिक अस्थिरता, चिंता और गुस्सा बढ़ सकता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति अत्यधिक तनावग्रस्त महसूस कर सकता है और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। राहु का प्रभाव अगर नकारात्मक हो, तो यह व्यक्ति की मानसिक शांति को भंग कर सकता है।

शारीरिक स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव

कुछ लोगों को गोमेद धारण करने के बाद शारीरिक समस्याएं जैसे पेट दर्द, अनिद्रा, सिरदर्द, या त्वचा पर खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर उन लोगों के लिए जिनकी कुंडली में राहु प्रतिकूल होता है।

वित्तीय और कैरियर संबंधी समस्याएं

राहु ग्रह का प्रभाव वित्तीय मामलों और कैरियर पर भी पड़ता है। गलत तरीके से गोमेद Gomed पहनने से व्यक्ति के कैरियर में रुकावट आ सकती है, और उसे अचानक धन की कमी का सामना करना पड़ सकता है।

वासना और अनैतिक इच्छाओं को बढ़ावा

जब राहु कुंडली में कमजोर स्थिति में होता है या उसकी दुष्ट दृष्टि पड़ती है, तो यह व्यक्ति के मानसिक संतुलन को बिगाड़ सकता है और उसे गलत आदतों की ओर प्रेरित कर सकता है। इसके प्रभाव में व्यक्ति का झुकाव नशे, ड्रग्स, और अन्य व्यसनों की ओर बढ़ सकता है। राहु का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति को अवसाद, और असुरक्षा की भावना में डाल देता है, जिसके कारण वह अस्थायी राहत पाने के लिए ड्रग्स का सहारा लेने लगता है।इसके अलावा, राहु व्यक्ति में वासना और अनैतिक इच्छाओं को भी बढ़ावा देता है, जो उसे अनैतिक कार्यों की ओर ले जा सकते हैं।

धार्मिक और आध्यात्मिक नुकसान

गोमेद Gomed का प्रभाव व्यक्ति की धार्मिक और आध्यात्मिक समझ पर भी नकारात्मक रूप से पड़ सकता है। राहु के गलत प्रभाव के कारण व्यक्ति का धार्मिक झुकाव कम हो सकता है और वह नास्तिकता की ओर जा सकता है।

गोमेद रत्न के नकारात्मक प्रभाव को कैसे कम करें?

गोमेद Gomed रत्न पहनने से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाए जा सकते हैं। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं:

  • ज्योतिषी से परामर्श लें
    गोमेद Gomed रत्न धारण करने से पहले किसी योग्य और अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें। वे आपकी कुंडली का गहन अध्ययन कर बताएंगे कि क्या आपके लिए यह रत्न उपयुक्त है या नहीं।गोमेद हर किसी को नहीं पहनना चाहिए। गोमेद तभी पहनें जब आपकी कुंडली में राहु शुभ हो और कम डिग्री (पावर) का हो।
  • शुद्धिकरण और पूजा करें
    गोमेद रत्न को धारण करने से पहले इसे गंगाजल, दूध या शहद में कुछ समय के लिए डुबोकर शुद्ध करें। इसके बाद, राहु मंत्र का जाप करें – “ॐ रां राहवे नमः” – 108 बार। इस मंत्र का जाप करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है।
  • सोमवार को धारण करें
    गोमेद रत्न को शनिवार के शाम के समय धारण करना अधिक शुभ माना जाता है, क्योंकि शनिवार राहु का दिन होता है और इस दिन गोमेद धारण करने से इसके दुष्प्रभाव कम हो सकते हैं।

गोमेद रत्न किसे पहनना चाहिए? (Gomed kise pehna chahiye)

गोमेद रत्न उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है जिनकी कुंडली में राहु ग्रह शुभ स्थिति में हो। गोमेद हर किसी को नहीं पहनना चाहिए। गोमेद तभी पहनें जब आपकी कुंडली में राहु शुभ हो और कम डिग्री (पावर) का हो।यहां वे लोग दिए गए हैं जिन्हें गोमेद रत्न पहनना चाहिए:

  • शिक्षा और अनुसंधान में लगे लोग
    उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों या रिसर्च से जुड़े लोगों के लिए गोमेद पहनना लाभकारी हो सकता है क्योंकि यह राहु ग्रह के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाकर मानसिक एकाग्रता और स्मरण शक्ति को मजबूत करता है।
  • बिजनेस और व्यापार के क्षेत्र में
    व्यापार में सफलता के लिए गोमेद विशेषकर लाभकारी है। विदेशी व्यापार में लगे लोगों के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद माना जाता है क्योंकि राहु का संबंध विदेश और अदृश्य शक्तियों से है।
  • राजनीति और प्रशासन में कार्यरत लोग
    राजनीति में अपना करियर बनाने वाले या प्रशासनिक क्षेत्र में कार्यरत लोग गोमेद पहन सकते हैं। यह रत्न उनके आत्मविश्वास और संकल्प शक्ति को बढ़ाता है और उन्हें नेतृत्व में सफलता दिलाता है।

गोमेद रत्न किसे नहीं पहनना चाहिए? (Gomed kise nahi pahnana chahiye)

कुछ लोगों के लिए गोमेद रत्न पहनना हानिकारक साबित हो सकता है। यहां वे लोग दिए गए हैं जिन्हें इस रत्न को पहनने से बचना चाहिए:

  • कर्क राशि वाले लोग
    गोमेद राहु ग्रह से संबंधित रत्न है, और कर्क राशि वालों के लिए यह हमेशा लाभकारी नहीं होता। अगर कुंडली में राहु की स्थिति प्रतिकूल हो, तो गोमेद पहनने से हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं।
  • स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोग
    यदि किसी व्यक्ति को पहले से शारीरिक समस्याएं हैं जैसे दिल का रोग, उच्च रक्तचाप, या कोई मानसिक बीमारी, तो गोमेद पहनने से उनकी स्थिति खराब हो सकती है। बिना विशेषज्ञ की सलाह के ऐसे लोग इस रत्न को धारण न करें।
  • नौकरी में असुरक्षित लोग
    अगर आपकी नौकरी में स्थिरता नहीं है या आप किसी अनिश्चित करियर में हैं, तो गोमेद आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इससे करियर में और अधिक अस्थिरता आ सकती है।

गोमेद रत्न कब और कैसे धारण करना चाहिए? (Gomed kab or kese pahnana chahiye)

गोमेद रत्न धारण करने का सही समय और तरीका इस प्रकार है:

  • धारण करने का दिन: शनिवार को गोमेद धारण करना शुभ माना जाता है।
  • समय: इसे शाम के समय (7-8 बजे) के समय पहनना चाहिए जब ऊर्जा अपने न्यूनतम स्तर पर होती है।
  • धातु: गोमेद को चांदी में जड़वाना चाहिए।
  • अंगुली: इसे दाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए।

इस प्रकार गोमेद धारण करने से इसका अधिकतम लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

राहु एक बहुत शक्तिशाली ग्रह है और भरोसेमंद दुकान से खरीदा गया असली गोमेद रत्न पहनने से बहुत लाभ मिल सकता है। लेकिन गोमेद रत्न पहनने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह ज़रूर लें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह आपके लिए उपयुक्त है। सही व्यक्ति के लिए, गोमेद रत्न जीवन में संतुलन और स्थिरता ला सकता है, लेकिन इसके प्रभावों को समझना और इसे सही तरीके से पहनना बेहद ज़रूरी है।

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